जड़ी बूटियों की रानी तुलसी के हैं अनेक फायदे, हिंदू धर्म में की जाती है पूजा

-निधि जैन

जड़ी बूटियों की रानी कहे जाने वाली, तुलसी का आदिकाल से ही उपयोग किया जाता है। आयुर्वेदिक के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा में भी इसका व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। तुलसी की पत्तियों से मानव शरीर को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने में मदद मिलती है। बुखार से लेकर किडनी स्टोन जैसी कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने में तुलसी सहायक है। आधुनिक काल में भी डॉक्टर तुलसी का सेवन करने की सलाह देते हैं। 

हिंदू धर्म में अहम है तुलसी की मान्यता 

हिंदू धर्म में, तुलसी को एक धार्मिक प्रतीक के रूप में माना जाता है। सुबह और शाम दोनों ही समय, हिंदूओं द्वार तुलसी की पूजा की जाती है। प्राचीन आयुर्वेदिक स्वास्थ्य प्रणाली में इसका प्रयोग आम बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। बहरहाल तुलसी को ओसिमम गर्भगृह या पवित्र तुलसी के रूप में भी जाना जाता है, जो कि टकसाल परिवार से संबंधित है। समूचे विश्व में तुलसी 150 विभिन्न किस्मों में पाई जाती है। बता दें कि घाव पे लगाने पर यह एक प्रकार की तीखी गंध का उत्सर्जन करती है, जिस कारण इसे चमत्कारी जड़ी बूटी कहा जाता है। आमतौर पर इसका स्वाद कड़वा होता है लेकिन इसकी जड़ों, पत्तियों और बीजों में कई औषधीय गुण होते हैं। 

जानिए तुलसी के अनेक फायदे 

बता दें कि तुलसी वाली चाय पीने कम समय में वजन कम करने के साथ-साथ चिंता कम करने में भी सहयोगी साबित होती है। इसके अलावा यह थायराइड और मधुमेह के इलाज में भी सहायक है। गौरतलब है कि तुलसी के फूल जितने शक्तिशाली होते हैं, उतने ही उसके पत्ते भी लाभदायक होते है। सर्दी, जुखाम या स्वाइन फ्लू में इलाज के तौर पर भाप लेते समय गर्म पानी में तुलसी के पत्ते डालने से जल्दी आराम मिलता है व जिन लोगों को रात में दिखने में समस्या होती है, वह भी तुलसी के रस की 2-3 बूंदे रात को सोते समय आंखों में डाल सकते हैं, प्रतिदिन ऐस करने से जल्द ही आंखों की समस्या दूर होने लगेगी। शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने पर भी तुलसी की पत्तियों का सेवन काफी कारगर सिद्ध होता है एवं तुलसी की पत्तियों का सेवन करने से माइग्रेन और सिरदर्द में राहत मिलती है और तनाव घटता है।

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