आत्महत्या या साजीशे मर्डर?
जिंदगी से तो हर किसी को शिकवे होते हैं परंतु आत्महत्या। यह नहीं है एकमात्र द्वार। मुसीबतें तो हर किसी की जिंदगी में आती है लेकिन अपने आप को पहचान कर ही तो नई दास्तान लिखी जाती हैं। यद्यपि अत्यंत परेशानी है, तो जिंदगी जीने का हुनर उन लोगों से सीख लेना चाहिए जिनके पास यह रंगीन कारवां देखने के लिए आंखें भी नहीं होती।
बॉलीवुड इंडस्ट्री के एक ऐसे कलाकार जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन से छोटे पर्दे पर ही नहीं बल्कि बड़े पर्दे पर भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 'किस देश में है मेरा दिल' नाम के शो से अपने करियर की शुरुआत करने वाले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने कुछ महीने पेर्व अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जो हकीकत में आत्महत्या थी ही या नहीं इसका हुलासा अभी तक नहीं हुआ हैं। जिसकी अभी उम्मीद भी नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि यह जो मामला सुशांत की मौत की गुत्थी से शुरू हुआ था वो धीरे-धीरे भाई-भतीजाबाद, मर्डर थ्योरी से होता हुआ बॉलीवुड ड्रग्स पर जा अटका है। सुशांत की मौत पर होने वाली एफआईआर ड्रग्स की जाँच के चक्कर में असली मुद्दे को तो दरकिनार कर दिया गया हैं। सीबीआई अब तक चुप क्यों है? इसके जवाब का सबको इंतजार हैं कि आखिर कैसे हुई सुशांत की मौत?
हालातों से हारके व वक्त के मारे चाहे कोई भी दुनिया को लगे कितना भी बेचारा लेकिन उसे अपनी जिंदगी की डोर कभी नही छोड़नी चाहिए आत्महत्या के सहारे।आत्महत्या या साजिशे मर्डर इसका तो सच सामने नहीं आया है लेकिन यह जरूर पता चला है कि पिछले छह महीने से वह बहुत गंभीर समस्या यानी डिप्रेशन जैसी भयानक बीमारी से जूझ रहा था और हालही में सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा की भी मौत की खबर सामने आई थी। जिसे सुनकर वह खुद भावुक हो गए थे। गौरतलब है कि सीरियल पवित्र रिश्ता, फिल्में एमएस धोनी दःअनटोल्ड स्टोरी, काई पो चे और छिछोरे जैसी कई अन्य सुपरहिट फिल्मे सुशांत ने दी है व इन सीरियल, फिल्मों ने सुशांत के करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है परंतु किसे पता था कि इतने हंसते हुए बेहद कामयाब चेहरे के पीछे इतना गम छुपा हुआ था कि वह आत्महत्या करने के लिए भी मजबूर हो जाएगा लेकिन हर के आत्महत्या के पीछे एक हत्यारा जरूर होता है बस हर बार वह दिखाई दे यह जरूरी नहीं होता। सुशांत हत्या की गुत्थी को सुलझा पाना सीबीआई के लिए भी कतई आसान नहीं है क्योंकि सुशांत सिंह की मौत के दो महीने बाद तक मुंबई पुलिस जांच के नाम पर सबूत ही तो मिटा रही थी।
यह बेशक बहुत पेचीदा मामला बनता जा रहा है। जिसके तार खुलने के बजाय ओर उलझते ही जा रहें हैं। बहरहाल सुशांत हत्या केस हो या ड्रग कनेक्शन बालीवुड का एक्सपोज होना भी अनिवार्य है। वैसे सुशांत सिंह राजपूत मामले में प्रतिदिन नए ड्रग एंगल सामने आ रहें हैं, हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांच कर रहा नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी कई लोगों को गिरफ्तार कर चुका है लेकिन क्या इन सब के बावजूद भी सुशांत की आत्मा को शांति मिली क्या?
-निधि जैन
बॉलीवुड इंडस्ट्री के एक ऐसे कलाकार जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन से छोटे पर्दे पर ही नहीं बल्कि बड़े पर्दे पर भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 'किस देश में है मेरा दिल' नाम के शो से अपने करियर की शुरुआत करने वाले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने कुछ महीने पेर्व अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जो हकीकत में आत्महत्या थी ही या नहीं इसका हुलासा अभी तक नहीं हुआ हैं। जिसकी अभी उम्मीद भी नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि यह जो मामला सुशांत की मौत की गुत्थी से शुरू हुआ था वो धीरे-धीरे भाई-भतीजाबाद, मर्डर थ्योरी से होता हुआ बॉलीवुड ड्रग्स पर जा अटका है। सुशांत की मौत पर होने वाली एफआईआर ड्रग्स की जाँच के चक्कर में असली मुद्दे को तो दरकिनार कर दिया गया हैं। सीबीआई अब तक चुप क्यों है? इसके जवाब का सबको इंतजार हैं कि आखिर कैसे हुई सुशांत की मौत?
हालातों से हारके व वक्त के मारे चाहे कोई भी दुनिया को लगे कितना भी बेचारा लेकिन उसे अपनी जिंदगी की डोर कभी नही छोड़नी चाहिए आत्महत्या के सहारे।आत्महत्या या साजिशे मर्डर इसका तो सच सामने नहीं आया है लेकिन यह जरूर पता चला है कि पिछले छह महीने से वह बहुत गंभीर समस्या यानी डिप्रेशन जैसी भयानक बीमारी से जूझ रहा था और हालही में सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा की भी मौत की खबर सामने आई थी। जिसे सुनकर वह खुद भावुक हो गए थे। गौरतलब है कि सीरियल पवित्र रिश्ता, फिल्में एमएस धोनी दःअनटोल्ड स्टोरी, काई पो चे और छिछोरे जैसी कई अन्य सुपरहिट फिल्मे सुशांत ने दी है व इन सीरियल, फिल्मों ने सुशांत के करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है परंतु किसे पता था कि इतने हंसते हुए बेहद कामयाब चेहरे के पीछे इतना गम छुपा हुआ था कि वह आत्महत्या करने के लिए भी मजबूर हो जाएगा लेकिन हर के आत्महत्या के पीछे एक हत्यारा जरूर होता है बस हर बार वह दिखाई दे यह जरूरी नहीं होता। सुशांत हत्या की गुत्थी को सुलझा पाना सीबीआई के लिए भी कतई आसान नहीं है क्योंकि सुशांत सिंह की मौत के दो महीने बाद तक मुंबई पुलिस जांच के नाम पर सबूत ही तो मिटा रही थी।
यह बेशक बहुत पेचीदा मामला बनता जा रहा है। जिसके तार खुलने के बजाय ओर उलझते ही जा रहें हैं। बहरहाल सुशांत हत्या केस हो या ड्रग कनेक्शन बालीवुड का एक्सपोज होना भी अनिवार्य है। वैसे सुशांत सिंह राजपूत मामले में प्रतिदिन नए ड्रग एंगल सामने आ रहें हैं, हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांच कर रहा नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी कई लोगों को गिरफ्तार कर चुका है लेकिन क्या इन सब के बावजूद भी सुशांत की आत्मा को शांति मिली क्या?
-निधि जैन