था क्या गम?

 आज भी सुशांत सिंह राजपूत का कोई गाना या कोई मूवी टीवी पर आती है तो एक अजीब सा दुख महसूस होता है। पता नहीं कभी पता भी चल पाएगा कि नहीं कि क्या हुआ था सुशांत के साथ। शायद यह दुख कभी पूरी तरह खत्म न हो लेकिन एक न एक दिन उसके गुनहगारों को सजा जरूर मिलनी चाहिए। सुशांत सिंह राजपूत के फैन्स सोशल मीडिया पर अपने चहेते स्टार के लिए लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं।

इसके अलावा उनके परिवार के लोग भी इस संबंध में पोस्ट लिखते रहते हैं। सुशांत के जीजा विशाल कीर्ति ने भी एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें उन्होंने सुशांत के साथ अपनी फोटो शेयर कर पूछा था कि क्या कभी सुशांत को न्याय मिल पाएगा? राजपूत के मासूम चेहरे की यादें हमारे काम के साथ-साथ हमारे सपनों पर भी हावी हैं। हालांकि सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति भी लगातार अपने भाई की मौत के इंसाफ के लिए रोजाना न्याय की गुहार लगा रही हैं।
बहरहाल सुशांत ने पवित्र रिश्ता सीरियल से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। वहीं सुशांत सिंह राजपूत ने बॉलीवुड में फिल्म काय पो चे से कदम रखा था और इसके बाद वह शुद्ध देसी रोमांस और एम. एस धोनी जैसी कई जबरदस्त फिल्मों में भी दिखाई दिए थे। राजपूत को धोनी की बायोपिक से सबसे ज्यादा पहचान मिली थी और इसके बाद तो उनकी प्रसिद्धि बढ़ती ही गई। सुशांत सिंह राजपूत ने जून 2020 में आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद बांबे हाई कोर्ट इस मामले में तमाम याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। इसमें से एक 8 पूर्व पुलिस अफसरों ने दायर की थी, जिसमें मीडिया के एक वर्ग द्वारा मुंबई पुलिस की नकारात्मक छवि पेश करने को लेकर आपत्ति जताई गई है। कुछ अन्य याचिकाओं में कहा गया है कि कुछ मीडिया समूह सुशांत केस में समानांतर ट्रायल चला रहे थे। वहीं इस मामले में कोर्ट से ऐसी खबरों को रोकने के लिए अनुरोध किया गया है।
हाईकोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मीडिया ट्रायल केवल टीवी नेटवर्क रेगुलेशन एक्ट के तहत कार्यक्रम आचार संहिता का उल्लंघन करता है। कोर्ट ने इलेक्ट्रानिक मीडिया से पीसीआई गाइडलाइंस का पालन करने को कहा है, जब तक कि नए दिशानिर्देश बनकर तैयार नहीं हो जाते। वहीं बांबे हाईकोर्ट ने मीडिया रिपोर्टिंग को लेकर गाइडलाइन जारी की है। कोर्ट ने कहा कि मीडिया ट्रायल से केस पर प्रभाव पड़ता है। दरसअल, मुंबई पुलिस के कई पूर्व अधिकारियों ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर मीडिया ट्रायल रोकने की गुहार लगाई थी।
हालांकि आगे के लिए मीडिया रिपोर्टिंग को लेकर व्यापक गाइडलाइन जारी की जाएगी। गौरतलब है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई पुलिस की जांच पड़ताल को लेकर कई तरह रिपोर्ट प्रसारित की गई थीं। इस मामले में काफी हंगामे के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच सीबीआई को सौंपी गई थी, जिसने सुशांत की गर्लफ्रैंड रिया चक्रवर्ती पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था। मुंबई पुलिस का कहना था कि वह मामले की जांच पेशेवर तरीके से कर रही है। हालांकि छह माह बीत जाने के बावजूद केंद्रीय जांच एजेंसी अभी तक इस केस में किसी नतीजे तक नहीं पहुंची है।
उल्लेखनीय है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी अगर सुशांत के कातिलों को सजा नहीं मिल पाई है तो क्या आने वाले समय में मिल पाएगी?
-निधि जैन

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