निरंतर ग्यारहवें दिन भी पेट्रोल डीजल के भावों में इजाफा

 वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आने से बचने के लिए कई देशों में अभी भी सख़्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लगा हुआ है। इस वक्त दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।

वायरस 210 देशों और क्षेत्रों में फैल चुका है।परन्तु लॉकडाउन के कारण एक बार फिर एक अरब से भी ज्यादा लोग वैश्विक गरीबी के संकट में आ चुके हैं। कोविड-19 के कारण लोगों की आय कम हो चुकी है। व लोगों की आर्थिक गतिविधियों पर गंभीर रूप से प्रभाव पड़ा है। और अब ऐसे में अगर लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते रहेंगे तो गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों का खर्चा कैसे चलेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में नरमी आने के बावजूद भी देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई भी राहत नहीं हुई है। बीते दिन भी तेल मार्केटिंग कंपनी ने लगातार कीमतों में इजाफा किया व मूल्य अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी। जिसके बाद राजधानी दिल्ली में 11 वें दिन पेट्रोल की कीमतों में  0.55 रुपये का इजाफा हुआ है और पेट्रोल का भाव 77.28 रुपए प्रति लीटर हो गया है। जबकि डीजल के दामों में 0.69 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। व डीजल का दाम 75.79 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वैसे तो तेल कंपनियां दाम पूरे देश में एक समान बढ़ाती हैं परन्तु राज्यों के स्तर पर इन पर लगने वाले स्थानीय बिक्री कर अथवा मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर अलग अलग होने के कारण दाम में वृद्धि अलग अलग होती है। जिससे हर राज्यों के दामों में अंतर होते हैं। मुंबई में अब पेट्रोल 84.15  रुपये प्रति लीटर और डीजल 73.69 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं, चेन्नई में लोगों को एक लीटर पेट्रोल के लिए 80.86 और डीजल के लिए 73.69 रुपये चुकाने होंगे। जबकि कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 79.08 और डीजल की कीमत 71.38 रुपये पहुंच गई है। तेल मार्केटिंग कंपनी ने तेल के दामों के साथ साथ हवाई ईंधन के दामों में भी इजाफा किया है। व एटीएफ के दामों में जून में यह लगातार दूसरी वृद्धि है। इससे पहले एक जून को एटीएफ के मूल्य में रिकार्ड 56.5 प्रतिशत यानी 12,126.75 रुपये प्रति किलो लीटर की वृद्धि की गई थी। और अब इपीएफ ने दामों में 16.3 फीसदी की भारी बढ़ोतरी की है। जिसके बाद दिल्ली में अब एटीएफ की नई कीमत 39,069.87 रुपये प्रति किलो लीटर हो गई है।
जब आम जनता ने इस पर आपत्ति जताई तो पेट्रोलियम उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि यह वृद्धि अवश्यंभावी है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण जब देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया एंव आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थी तो तब पेट्रोलियम पदार्थों के दाम एक समय में दो दशक के निम्न स्तर पर पहुंच गये थे। और अब जब भारत सहित कई देशों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गईं हैं तो इसलिए दामों में इजाफा हो रहा है। परंतु गौरतलब है कि, जहां लोग पहले से ही लॉकडाउन के कारण अपनी जेबें जरूरत से ज्यादा ही ढीली कर चुके हैं तो ऐसे में अगर महंगाई इतनी बढ़ जाएगी तो लोग अपनी दिनचर्या कैसे जिएंगे।
-निधि जैन

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