हिन्दुस्तान हमारा
भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए व मिलकर, खुशी से, गम छोड़कर लोकतंत्र का पर्व बनाने में ही असली खुशियां हैं। देश के दुश्मनों को मिलकर हरायें व अपने घरों में तिरंगा लहरायें। बेशक इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत ही खास होने वाला है। बीता साल पूरी तरह से कोरोना संक्रमण की चपेट में था, जिसके कारण स्वतंत्रता दिवस के आयोजन प्रभावित हुए है।
हालांकि अब देश में कोरोना नियंत्रण में है और स्वदेशी वैक्सीन भी सफलतापूर्वक काम कर रही है लेकिन सतर्कता बरतनी भी जरूरी है। भारत में गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है। इस दिन भारत की स्वतंत्रता के बाद 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। इस दिन राजपथ पर और विविधता में एकता, अखंडता का संदेश व सैन्य ताकत दिखाती कई झांकियों का भी प्रदर्शन किया जाता है। हालांकि इस बार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से गणतंत्र दिवस पर कम ही दर्शक राजपथ की परेड देख सकेंगे। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास पालन किया जाएगा।गणतंत्र दिवस के पर्व के दिन हम सभी को अपने देश की उन्नति की कामना करनी चाहिए। गणतंत्र दिवस का यह दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे हमारे स्वतंत्रता सैनानियों ने अहिंसा और बिना किसी भेदभाव के सिद्धांतों के आधार पर स्वतंत्रता हासिल की थी और इसी की वजह से आज हम इस त्योहार को महान उत्साह और भव्यता के साथ मनाते हैं। यह दिन अवश्य ही राष्ट्रीय गर्व का दिन है। यह दिन हमें हमारे संविधान की विभिन्न मूल्यों की याद दिलाता है, जो भारत के सभी जाति और वर्ग के लोगों को एक दूसरे से जोड़े रखता है। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन कांग्रेस के अधिवेशन में भारत को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी।
गणतंत्र दिवस पर राजपथ में भव्य गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता है। इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं। राष्ट्रगान और ध्वजारोहण के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है एंव अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके साथ ही सेना की तीनों टुकड़ियां परेड में शामिल होती हैं और अपनी सैन्य ताकत दिखाती हैं और इसके बाद आधिकारिक तौर पर 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के साथ गणतंत्र दिवस उत्सव का समापन होता है।
गौरतलब है कि हमे यह कभी नहीं पूछना चाहिए कि देश ने हमारे लिए क्या किया है, बल्कि यह हमें अपने आप से पूछना चाहिए कि हम देश के लिए क्या कर सकते हैं और क्या करा हैं। जय हिंद... जय भारत
-निधि जैन