गांधी परिवार के तीनो ट्रस्ट सरकार के निशाने पर

 जब से चीन ने गलवान घाटी पर भारतीय सैनिकों पर हमला किया जिसके कारण हमारे देश के कई जवान भी शहीद हो गए। तभी से भारत और चीन के बीच में कई विवाद शुरू हो गए। जिसकी वजह से भारत में भी कई पार्टियों ने एक दूसरे पर हमला किया व आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए।

इसी दौरान जब कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला तो भारतीय जनता पार्टी ने उल्टा पलट वार करके कांग्रेस पार्टी को ही घेर लिया। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग मिलती है। जिसके बाद अब केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक अंतर-मंत्रालय कमेटी तीनों फाउंडेशन यानी राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जांच करेगी। तथा इसके अलावा बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया है कि देश के लिए जो प्रधानमंत्री राहत कोष बनाया गया हुआ है। उसमें से भी 2005 से 2008 तक पीएमएनआरएफ की ओर से राजीव गांधी फाउंडेशन को राशि मिलती थी।
हालांकि, कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि यह सब आरोप झूठे हैं व इन सभी आरोपों को नकार दिया। एंव अपने बचाव में पार्टी ने कहां कि राजीव गांधी फाउंडेशन देश का फाउंडेशन है। और इसमे जमा हुई राशि का प्रयोग सिर्फ सेवा के काम के लिए ही किया जाता है। और बीस लाख रुपए की राशि जो 2005-6 में फाउंडेशन को मिली थी। उसका उपयोग अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राहत कार्यों के खर्च में किया गया था। लेकिन सभी पहलू पर ध्यान कर के व जो राजीव गांधी फाउंडेशन में फंडिंग को लेकर लगातार सवाल उठ रहे है। उन पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके मुताबिक गृह मंत्रालय द्वारा बनाई गई कमेटी इन फाउंडेशन की फंडिंग एंव इनके द्वारा किए गए उल्लंघनों की जांच करेगी
तथा इस कमेटी की अगुवाई सिमांचल दास की स्पेशल डायरेक्टर यानी प्रवर्तन निदेशालय करेंगी। और इस जांच में ईडी की टीम पीएमएलऐ एक्ट, आयकर विभाग की टीम इनकम टैक्स एक्ट, तथा सीबीआई की टीम एफसीआरऐ एक्ट के नियमों के उल्लंघन की जांच करेगी। व कमेटी की अगुवाई ईडी के स्पेशल डायरेक्टर करेंगे। और वैसे भी जो सच है वह एक ना एक दिन सामने तो आ ही जाएगा।
-निधि जैन

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