कौटिल्य से ड़रा ड्रैगन
दुनियाभर में अपनी दादागीरी का झंडा लहराने वाले चीन की भी अब हालत खस्ता हो गई है, खूंखार चीन भारत के कौटिल्य से खौफ खा रहा है। हालही में भारत का एक इमिसैट नाम का खुफिया सैटेलाइट चीन के कब्जे वाले तिब्बत के ऊपर से गुजरा है।
जिस सैटेलाइट में कौटिल्य नाम का ईलीआइअनटी यानी इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सिस्टम लगा हुआ है, व उस सिस्टम की खूबी यह है कि, वह हजारों किमी दूर अंतरिक्ष से भी जमीन पर एक मीटर तक के दायरे में हो रही सारी विभिन्न विशाल गतिविधियों की एकदम साफ तस्वीरें खींच सकता है। वैसे यह इमिसैट स्वदेश में विकसित हुआ है, एंव इस सैटेलाइट का निर्माण ड़ीआरड़ीओ यानी डिफेंस रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशनन ने किया है। तथा यह सैटलाइट इंटेलिजेंस इनपुट के काम को जुटाने के लिए उपयोग होती है। और इसकी खूबी यह है कि, यह रक्षा क्षेत्र की अहम जानकारियां जुटा सकती है व इस सैटेलाइट का ईएलआईएनटी सिस्टम दुश्मन क्षेत्र में ट्रांसमिशन के लिए प्रयोग होने वाले रेडियो सिग्नल्स को भी पढ़ लेता है। जिससे भारत को आने वाले समय में काफी सहायता मिलेगी।बहरहाल, लद्दाख के पैंगोंग सो के फिंगर चार को लेकर हुई हालही में भारत-चीन की बातचीत के बेनतीजा होने के एक ही दिन बाद यह सैटलाइट तिब्बत के उस हिस्से के ऊपर से गुजरी है, जो चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए के कब्जे में है। और अब आशंका जताई जा रही है कि, इस सैटेलाइट के द्वारा भारत को तिब्बत में चीन से जुड़ी कई अहम जानकारियां हाथ लगी है। जिसमें तिब्बत के सैन्य मोर्चों के जमावड़े से लेकर कई अन्य ढांचागत परियोजनाओं की जानकारियां भी शामिल हैं व इस इलाके में ईएमआईएसऐटी के गुजरने से चीन में पूरी तरह से हड़कंप मच गया है। वैसे तो लद्दाख के दुर्गम इलाके में पिछले तीन महीने से चीन और भारत की सेनाएं ड़ट कर एक दुसरे के आमने सामने खड़ी हैं। तथा चीन ने बीते दिनों ही लद्दाख के चार इलाकों में घुसपैठ की भी साजिश रची थी। जिसमें से वह तीन इलाकों में तो पीछे हटने के लिए राजी हो गया है, लेकिन पैंगोंग झील इलाके में वह पीछे हटने से जरा सी भी हामी नहीं भर रहा है, तथा इसके बदले में वह पैंगोंग झील और देपसांग के इलाके में अपनी सैन्य मौजूदगी रोजाना मजबूत करने में लगा है व शिनजियांग इलाके में भी उसने अपनी सेना की मौजूदगी बढ़ा दी है। और साथ ही तिब्बत व उससे सटे सात एयरबेसों पर भी चीन ने नए लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं। जिसके बदले में भारत भी अपनी सुरक्षा तैयारियों को लगातार मजबूत कर रहा है।
गौरतलब है कि अब भारत भी चीन के नापाक मंसूबे को समझ गया है, और उसके लिए अपने आप को तैयार कर रहा है चाहें वह कोई भी उद्योग क्यों ना हो।
-निधि जैन