सबसे ताकतवर मंच में भारत की एंट्री पक्की
विश्व के सबसे ताकतवर मंच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की एंट्री अब फिर से पक्की हो गई है। भारत सर्वसंपत्ति से दो साल के लिए सुरक्षा परिषद की अस्थाई सीट के लिए चुन लिया गया है।
भारत को 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का अस्थायी सदस्य चुना है। 2021-22 कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से भारत अस्थायी सीट के लिए उम्मीदवार के तौर पर खड़ा हुआ था। जिसमें भारत को 192 बैलट वोट्स में से 184 वोट मिले थे। व चीन और पाकिस्तान समेत 55 सदस्यीय एशिया-प्रशांत समूह ने भारत की उम्मीदवारी का समर्थन भी किया, जिसके बाद भारत को निर्विरोध चुन लिया गया है। तो अब भारत 1जनवरी से यूएनएससी के 2021-22 के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था के आस्थायी सदस्य के तौर पर काम करेगा।भारत के अलावा आयरलैंड, मेक्सिको और नॉर्वे को भी सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया है। हालांकि इस बार कनाडा को सफलता नहीं मिल पायी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 प्रमुख हिस्सों में से एक है। इसका काम दुनियाभर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है। यह परिषद दुनियाभर के देशो में शांति मिशन भी भेजता है और अगर दुनिया के किसी हिस्से में मिलिट्री ऐक्शन की जरूरत होती है तो सुरक्षा परिषद रेजोल्यूशन के जरिए उसे लागू भी करता है। यूएनएससी में हर साल दो वषों के कार्यकाल के लिए कुल दस में से पांच अस्थायी सदस्यों के लिए चुनाव होते हैं। इन दस सीटें पर क्षेत्रीय आधार से विभिन्न देशों को कार्यभार संभालने के लिये दिया जाता है। पांच सीटें अफ्रीका और एशियाई देशों के लिए, एक पूर्वी यूरोपीय देश, दो लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों और दो पश्चिमी यूरोपीय और अन्य राज्यों के लिए वितरित की जाती हैं। गौरतलब है कि भारत 8वीं बार कई देशों को पीछे छोड़कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कार्यकाल के लिए चुना गया है जो भारत के लिए गौरवान्वित की बात है। व जिस तरह भारत को सभी बड़े देशों का समर्थन मिला और संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने जो विश्वास भारत पर दिखाया है।
उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और वैश्विक नेतृत्व को पुख्ता सबूत मिलता है, खासकर कोविड-19 महामारी के ऐसे कठिन समय में। अमेरिका ने भी भारत के अस्थायी सदस्य बनने पर ख़ुशी जाहिर की है। व संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने जीत के बाद अपने वक्तव्य में कहा कि भारत एक अहम समय पर सुरक्षा परिषद का सदस्य बना है व हमें भरोसा है कि इस संकट की घड़ी में और कोविड-19 के बाद की दुनिया में भारत हमेशा नेतृत्व प्रदान करेगा और बेहतर बहुपक्षीय व्यवस्था को नई दिशा देगा।
-निधि जैन