2020 में पता नहीं आगे क्या क्या होगा

 विश्व के लिए साल 2020 कुछ खास नहीं है। साल 2020 से लोग त्रस्त हो चुके है। एक के बाद एक घटनाओं का सामना संसार को करना पड़ रहा है। साल की शुरुआत जहां ऑस्ट्रेलिया में लगे जंगलों की आग से हुई, वही उसके बाद तो वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने दुनिया में हाहाकार ही मचा कर रख दिया, फिर तो एक के बाद एक घटनाओं से भारत को जूझना ही पड़ रहा है कभी टिड्डियों का हमला, एम्फन तूफान, निसर्ग तूफान, भूकंप के झटके और अब 40 साल में पहली बार एलएसी पर भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प। पता नहीं 2020 में अब आगे क्या क्या होगा।

कोरोना काल से दुनिया को परेशान करने के बाद भी चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। टेबल पर तो चीन पीछे हटने की बात करता है, परंतु जमीन पर हमले का दुस्साहस करता है। शायद चीन भूल गया है यह 1962 का भारत नहीं है, अब चीन को हर भारतवासी मुँहतोड़ जवाब दे सकता है। गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हालत और बिगड़ते जा रहे हैं। लंबे अरसे के बाद अब एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गोली चली है।
जिसमें भारत के तीन सैनिक शहीद हो गए। एक अफसर और दो जवान सीमा पर मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए। और इससे एक दिन पहले भी गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी परन्तु गोली नहीं चली थी। 2 से 3 घंटे झड़प चलने के बाद चीन के 5 सैनिक मारे गए और 11 सैनिक घायल है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हुई चीन की हरकत का भारत को करारा जवाब तो देना ही चाहिए। यह विवाद भले ही दशाको लंबा है, परंतु अब समाधान तो होना ही चाहिए।
-निधि जैन

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