1590 हेक्टेयर का सबसे बड़ा सोलर प्लांट रीवा में
भारत देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ओर नीव की स्थापना कर दी है। प्रधानमंत्री ने हालही में मध्यप्रदेश के रीवा में एशिया की सबसे बड़ी 750 मेगावॉट वाली रीवा अलट्रा मेगा सौर परियोजना का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरी उद्घाटन किया।
जो की 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। व यह रीवा का सबसे बड़ा प्लांट है। 4,000 करोड़ रुपए लागत वाली इस परियोजना में सौर उर्जा का उत्पादन अब शुरु भी हो चुका है। जिसकी कुल क्षमता में से 24 फीसदी बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जाएगी और बाकी मध्यप्रदेश में उपयोग होगी। एंव यह सौर उर्जा शयोर है, प्योर है और सिक्योर है। श्योर इसलिए क्योंकि दूसरे स्रोत खत्म हो सकते हैं परंतु सूरज कभी नहीं। प्योर इसलिए क्योंकि यह प्रदूषण नहीं करता। और सिक्योर इसलिए क्योंकि यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। और वैसे भी अगर हमको भारत को आत्मनिर्भर बनाना है तो देश में सौर पैनल, बैटरी और इससे संबंधित सभी उपकरणों पर आयात की निर्भरता खत्म करनी होगी व इन उपकरणों का देश में ही उत्पादन बढाना होगा।जिसके लिए हमारे देश में ही घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना होगा एंव इन पर तेज गति से काम करना तो अनिवार्य है ही। और सरकार भी उत्पादन बढ़ाने के लिए अनेक योजना बना ही रही है। तथा सरकारी विभागों को इसमें मेक इन इंडिया उपकरण ही खरीदने के निर्देश दिए गए है। व रीवा का सोलर प्लांट इस पूरे क्षेत्र को ऊर्जा का केंद्र बनाएगा, जिससे एमपी के लोगों को लाभ मिलेगा और साथ ही दिल्ली में मेट्रो को भी इसी प्लांट के जरिए बिजली की सप्लाई दी जाएगी। एंव 76% हिस्सा इसका प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कंपनी को मिलेगा। जिसकी दर 2 रूपए 97 पैसे प्रति यूनिट तय की गई है।
गौरतलब है कि, यह पावर प्लांट मध्यप्रदेश के भविष्य में उज्जवलता प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएगा। जिससे एमपी के लोगों को काफी सहायता मिलेगी।
-निधि जैन