सफेद वस्त और होली का क्या है संयोग

 होली के इस त्योहार पर हमने हवा में रंग उड़ाया है

आज कोई गम ना करना खुशियों का मौसम आया है ईश्वर करे इस होली पर आपके रंग में सब रंग जाए। हम सभी को इस त्यौहार को प्रेम पूर्वक एवं नैतिकता के साथ मनाना चाहिए ताकि इस त्यौहार की गरिमा एवं रिश्तों की मिठास बनी रहे।
होली का हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है। ये ऐसा पर्व है जब दुश्मन भी गले मिलकर सारे गिले-शिकवे भूल जाते हैं। इस त्यौहार से जुड़ी वैसे तो कई मान्यताएं है लेकिन इस दिन ज्यादातर लोग सफेद कपड़े ही पहनने है। बहरहाल भारत में रंगों के त्यौहार का कितना महत्व है, यह समझाने की किसी को आवश्यकता नहीं है। पूरब से पश्चिम तक और उत्तर से दक्षिण तक रंगों का त्योहार होली आम लोगों के बीच काफी रंगारम रहता है, लेकिन रंगों के इस त्यौहार पर श्वेत वस्त्र का भी अपना महत्व है। होली पर्व पर श्वेत वस्त्र पहनने के कई ऐसे कारण हैं, जिनका ज्योतिष शास्त्र से सीधा संबंध है।
गौरतलब है कि श्वेत वस्त्र शांति का प्रतीक है और सफेद रंग पर हर रंग चढ़ जाता है, इसलिए होली पर्व पर श्वेत वस्त्र विशेष रूप से पहने जाते हैं। मन में शांति और सुख समृद्धि के प्रतीक श्वेत वस्त्र के माध्यम से लोग शांति का संदेश देते हैं।
होली पर्व पर ऐसा माना जाता है कि दुश्मन भी गले मिलकर अपने गिला शिकवा दूर कर लेते हैं। जिस प्रकार पानी का कोई रंग नहीं होता और जिस रंग को पानी में मिलाया जाता है वह उसी का हो जाता है।
इसी प्रकार श्वेत वस्त्र का अपना कोई रंग नहीं होता है। श्वेत वस्त्र पर जो भी रंग डाला जाता है वह उसी रंग का हो जाता है।
आपको होली की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं
- निधि जैन

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