मत करों इतनी जल्दबाजी, जिंदगी नहीं है इतनी सस्ती
शाम होने को आई, साथ में मस्ती का माहौल है छाया। सारी चिंता भूलकर, उसने गाड़ी का स्टेयरिंग फराटे से घुमाया और दोस्तों से शर्त लगाकर फुल-स्पीड में गाड़ी दौड़ाई। तेज-तेज़ गाने, शराब का सेवन कर उसने फिरसे अपना वाहन चलाया।
सड़क सुरक्षा सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सुरक्षित और सुरक्षित होने के साथ-साथ सड़क दुर्घटनाओं और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी को सड़क यातायात के सभी नियमों, विनियमों और संकेतों का सख्ती से पालन करना चाहिए। बच्चों को अपने माता-पिता, स्कूल में शिक्षकों और अपने से बड़ों लोगों से सुरक्षा नियमों के बारे में अवगत होना चाहिए क्योंकि सुरक्षा मानव मात्र के लिए ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण परिवार के लिए उपयोगी है।नशे में धुत होकर झूमता हुआ, वह एक गाड़ी से टकराया। अपनी जान के साथ ही साथ उसने औरों की जान को भी खतरे में डलवाया। रेस में उसने सबको हराया।
सुरक्षा जागरूकता जीवन बचाती है। सड़क सुरक्षा का ध्यान धरती पर मौजूद प्रत्येक व्यक्ति को रखना चाहिए, चाहे वह वाहनों का उपयोग कर रहा हो या नहीं।
आंकड़ों के अनुसार, यह पाया गया है कि अधिकांश सड़क दुर्घटना के मामलों में बच्चे शामिल हैं, इसलिए वे अन्य आयु वर्ग के लोगों की तुलना में उच्च जोखिम में हैं। उन्हें कम उम्र से ही सड़क सुरक्षा ज्ञान और शिक्षा की आवश्यकता है। बच्चों को कम उम्र में सड़क सुरक्षा नियमों और उपायों के बारे में अच्छी तरह से अवगत कराने में देर नहीं करनी चाहिए। बच्चे पूरी तरह से बेखौफ़ होकर सड़क पर अंधाधुन वाहनों की गति बढ़ाते हैं व ड्राइवर भी सड़क पर अपने मूड के हिसाब से गाड़ी चलाते हैं क्योंकि उन्हें सड़क पार करने के लिए उचित स्थान के बारे में कोई उचित जानकारी नहीं होती है।
सड़क पर लोगों को सड़क दुर्घटना से बचाने के लिए कुछ आवश्यक सड़क सुरक्षा नियम हैं जो उन्हें सड़क पर जिम्मेदार पैदल यात्री बनाते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों को अतिरिक्त चौकस रहना सिखाना चाहिए और सड़क पार करने से पहले (बाएं और दाएं) हर जगह देखना चाहिए। बच्चों को हमेशा अपने बड़ों या दोस्तों का हाथ पकड़कर सड़कों को पार करना चाहिए। पैदल सड़क पार करने वालें लोगों को ट्रैफिक सिग्नल देखने के बाद ही सड़क पार करनी चाहिए एंव लोगों को रंगों के अर्थ के बारे में पता होना चाहिए (लाल का मतलब है रुकना, हरा का मतलब जाना और पीला का मतलब भी रुकना), ट्रैफिक लाइट की मूल बातें और सड़कों पर ट्रैफिक चिह्नों का महत्व पता होना चाहिए। वाहन चलकों को हेलमेट पहनना चाहिए और ब्रेक, हॉर्न और स्टीयरिंग के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के बाद ही सड़कों पर वाहन चलाने चाहिए। सड़क पर वाहन चलाते समय चालकों को ईयरफोन या अन्य संगीत सुनने वाले उपकरणों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अभिभावकों को गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। माता-पिता को अपने बच्चों के सामने अच्छे उदाहरण स्थापित करने के लिए वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा नियमों और सड़क यातायात नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि वे अपने बच्चों के जीवन में पहला उदाहरण हैं।
हालांकि सरकार भी समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिसमें लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में अवगत कराया जाता है।
खून से लथपथ, उसके दिमाग में बस यही ख्याल आया, माँ ने कहा था, " जल्दी लौट आना!" बाबा ने कहा था, "मेरा सहारा बन जाना!" पत्नी ने कहा था, "सदैव मेरा साथ निभाना!" बच्चों ने कहा था, "चॉकलेट ले आना!" बहन बोली थी, "अच्छे भाई का फर्ज निभाना!" पर उसने तो इनका ख्याल किये बिना, मस्ती के लिए अपना जीवन गँवाया।
गौरतलब है कि जब हम परिवार की जिम्मेदारियों से घिरें होते है तो हमारा जीवन केवल हमारा नहीं रहता वह हमारे उन सभी रिश्तों से जुड़ा होता है, जिनसे हमें व उन्हें हमसे आशाएं होती हैं। सड़क सुरक्षा जीवन एक सस्ता और प्रभावी बीमा है। इसलिए वाहन धीमें चलाये और अपना कीमती जीवन बचायें।
- निधि जैन