लॉकडाउन 4.0

लॉकडाउन 4.0 का आह्वान हो गया है। कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। लॉकडाउन के कारण पहले से ही मजदूरों को काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में एक बार फिर से लॉकडाउन का बढ़ना मजदूर, किसान व गरीबों के लिए काफी परेशानी ला सकता है।
लॉकडाउन के चलते अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर व किसान अपने-अपने घर के लिए पैदल ही रवाना हो गये है। परंतु इसी बीच सड़क पर हादसे हो रहे हैं। भूख से तड़पते हुए, पुलिस की लाठी खाते हुए एवं गरीबी की मार झेल रहे मजदूर बौखला गए हैं। हर समस्या आफत बनकर मजदूरों पर टूट रही है। ऐसे में घर जाने की चाह लेकर भड़के प्रवासी मजदूरों ने गुजरात, मध्य प्रदेश - महाराष्ट्र के बॉर्डर व दिल्ली में पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
जिसकी वजह से कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। घर जाने की चाह में मजदूरों का संतुलन बिगड़ता जा रहा है।
-निधि जैन

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वर्ष 2020 की यादें

कौन भरेगा 814 करोड़ का नुकसान?

अब कावासाकी से भी लड़ना है