2021 में भी लड़ना हैं कोरोना से!
साल 2020 शुरुआत से ही वैश्विक स्वास्थ्य के लिए त्रासदीपूर्ण रहा है। यह पूरा साल लोगों ने कोरोना वायरस से जंग लड़ते हुए गुजारा है। भले ही कुछ दिनों में नए साल का आगमन होने वाला है लेकिन कोरोना का खतरा अगले साल भी बरकरार रहने के आसार हैं।
जिसके मद्देनजर, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2021 में वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों की एक सूची जारी की है, जिनसे दुनिया को 2021 में निपटना पड़ेगा। ड़ब्लूएचओ के अनुसार, वैश्विक महामारी कोरोना ने पिछले 20 सालों में हासिल की गई वैश्विक हेल्थ प्रणाली की रफ्तार कम करते हुए उसे पीछे की ओर खींच लिया है और इसीलिए 2021 में दुनिया को अपनी स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। अगले वर्ष, कोविड़-19 के खिलाफ लड़ने के साथ-साथ, दुनिया भर के देशों को विभिन्न बीमारियों से लड़ने के लिए भी अपनी स्वास्थ्य प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी।
2021 में आम जनता तक कोरोना वैक्सीन और इलाज की पहुंच को सुगम बनाना सबसे जरूरी हैं वरना कोरोना से पीड़ित लोगों के आकड़े रोजाना बढ़ते जाएगे। दुनिया भर को अपनी स्वास्थ्य प्रणाली को आधुनिक रूप से विकसित करना होगा ताकि कोरोना जैसी आपात स्थितियों का सामना ड़ट कर किया जा सके वहीं आने वाले साल में दूसरी बड़ी चुनौती स्वास्थ्य असमानताओं से निपटने की होगी। ड़ब्लूएचओ सभी देशों में एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा, जिससे महामारी के लिए और अधिक प्रभावी प्रतिक्रिया होगी। जिसका उद्देश्य सभी देशों स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का निर्माण करना भी है। आगामी साल में संगठन उन देशों को पोलियो और अन्य बीमारियों के टीके लगाने में मदद करेगा, जो महामारी के दौरान छूट गए थे। गौरतलब है कि कोई भी देश संक्रामक रोगों को तभी हरा पाएंगे, जब उनके पास उनके इलाज के लिए प्रभावी दवाएं होगी। 2019 में मृत्यु के शीर्ष 10 मामलों में 7 के लिए गैर-संचारी रोग जिम्मेदार थे। हालांकि 2020 ने यह सिखा दिया कि एनसीडी वाले लोग कोविड-19 के लिए कैसे असुरक्षित थे।
कोविड-19 ने बेशक कई लोगों की जिंदगी छीन ली लेकिन इस एक वायरस के कारण ही हमें यह मौका मिला कि हम एक बार फिर बेहतर हरियाली से भरी और स्वस्थ दुनिया का निर्माण कर सकें। स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने के लिए देशों को अधिक से अधिक एकजुटता प्रदर्शित की जरूरत है।
देशों, संस्थानों, समुदायों और व्यक्तियों को अपनी आपसी दरारें बंद करनी होगी तभी एक उज्जवल भविष्य की नींव रखी जा सकती हैं और दुनिया कितनी भी बड़ी महामारी से क्यों ना जूझ ले लेकिन हर रोग का सबसे बेहतरीन उपाय सूरज की रोशनी, पूरी नींद, नियमित व्यायाम, नियंत्रित भोजन और आत्मविश्वास ही हैं।
-निधि जैन