कोरोना को लेकर ड़ब्लूएचओ की बड़ी चेतावनी


दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले और कोरोना से मौतो का आंकड़ा रोजाना लगातार बढ़ता जा रहा है, तमात कोशिशों के बावजूद भी कोरोना पर लगाम लगाने में पूरी तरह से कामयाबी हमारे देश को हासिल नहीं हो पाई है। हालांकि इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी ड़ब्लूएचओ ने हालही में एक बड़ी चेतावनी दी है कि यदि वायरस को रोकने के लिए वैश्विक स्तर पर कड़े कदम नहीं उठाए गए तो कोविड़-19 से होने वाली मौतों की संख्या बीस लाख तक जाने की आशंका है।
वैसे अभी विश्व में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या दस लाख पहुंचने के करीब है। ड़ब्लूएचओ की ओर से यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब दुनिया में कोरोना से मौत का आंकड़ा दस लाख के स्तर पर पहुंचने वाला है। जो अवश्य ही चिंता पूर्ण विषय है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि, यदि महामारी से निपटने के लिए विभिन्न देश और लोग एक साथ नहीं आए तो, दस लाख और मौतों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ड़ब्लूएचओ के आपातकालीन कार्यक्रम के निदेशक माइकल रेयान ने एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा कि दस लाख का आंकड़ा डराने वाला है और अगले दस लाख पर विचार शुरू करने से पहले हमें इस पर विचार करने की जरूरत है कि क्या हम कोरोना से होने वाली मौतों को रोकने के लिए सामूहिक रूप से कदम उठाने के लिए तैयार हैं भी या नहीं और अगर हमने कदम नहीं उठाए तो यकीनन हम दुर्भाग्य से कई अधिक संख्या में लोगों की मृत्यु देख सकते हैं। बहरहाल समाचार एजेंसी एएफपी की ओर से आधिकारिक सूत्रों से संकलित आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में चीन में महामारी फैलने के बाद से अब तक कम से कम 9,84,068 लोगों की कोविड़-19 की वजह से मौत हो चुकी हैं, दुनियाभर में करीब 3.2 करोड़ मामले दर्ज किए गए हैं।
वैसे रेयान ने कोरोना की संभावित वैक्सीन के वित्तपोषण, उत्पादन और वितरण में चुनौतियों की ओर से इशारा किया है कि नौ महीने में दस लाख लोगों की मौत हो चुकी है और यदि हम सोचे कि अगले नौ महीने में वैक्सीन आ जाएगी तो यह सबके लिए बड़ा टास्क होगा पर वैक्सीन के उत्पादन में ओर अधिक समय लगा तो यकीनन भारत में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा होगा जिससे यकीनन कई लोगों के घर बिखर जाएंगे।
-निधि जैन

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