अहम बयान

 अब तो देश में दहशत का दूसरा नाम कोरोना वायरस बन गया है। पर बेशक कई अब लोग वायरस को मजाक में ले रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं अभी भी इसका खौफ लोगों के दिल में जिंदा है। कोविड़-19 अपना विकराल रूप धारण करता जा रहा है। देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में रोजाना तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। और यहीं नहीं पिछले कुछ दिनों से 90 हजार से ज्यादा मरीज रोजाना सामने आ रहे हैं। और इसी वजह से लोगों को अब बेसब्री से कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंतजार है। वैसे तो दुनिया के कई देशों में विभिन्न वैक्सीन पर काम चल रहा है।

लेकिन इन सभी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने हालही में बताया है कि अभी वैक्सीन की लॉन्चिंग को लेकर कोई तारीख तय नहीं हुई है, परन्तु यह जरूर है कि अगले साल की पहली तिमाही में वैक्सीन जरूर आ सकती है। केंद्रीय मंत्री ने यह जानकारी सोशल मीडिया के कार्यक्रम संडे संवाद के दौरान दी है। गौरतलब है कि, डॉ. हर्षवर्धन का यह बयान तब आया है, जब एक दिन पहले दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि ब्रिटिश रेग्युलेटर से हरी झंडी मिलने के बाद उन्होनें कोविड-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण एक बार फिर शुरू कर दिया है। व एक वॉलंटियर के बीमार पड़ जाने की वजह से इसे बीच में ही रोकना पड़ा था। जिसके बाद भारत में भी इस वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी गई थी। वैसे केंद्रीय मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया है कि, सरकार वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में पूरी तरह से सावधानी बरत रही है। एंव वैक्सीन सुरक्षा, लागत, इक्विटी, कोल्ड-चेन आवश्यकताएं, उत्पादन, समय सीमा आदि जैसे मुद्दों पर भी गहनता से चर्चा की जा रही है। और कोरोना वैक्सीन के एक बार तैयार होने के बाद इसे उन लोगों के लिए सबसे पहले उपलब्ध कराया जाएगा, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। वहीं, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि यह वैक्सीन की पहली खुराक पर काफी खुश होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने एक घंटे तक सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और लोगों के कई सवालों के जवाब दिए। तथा उन्होंने आगे कहा कि देश में कई वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। और अब हम इस बात का अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि कौन सी वैक्सीन सबसे ज्यादा प्रभावी होगी, पर यह जरूर कह सकते हैं कि 2021 की पहली तिमाही तक हम निश्चित तौर पर इसके परिणाम जान जाएंगे। और वैक्सीन को लेकर एक्सपर्ट्स का ग्रुप का गठन भी किया गया है, जो पूरी प्रक्रिया की देखरेख कर रहा है।
हालांकि, जैसे ही परीक्षण के रिजल्ट्स का आकलन किया जाता है, उसी समय कंपनियों को बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने के लिए कह दिया जाएगा, ताकि समय की बर्बादी न हो। बहरहाल, अब तो बस वैक्सीन का ही इंतजार है ताकि लोगों की जिंदगी फिर से पटरी पर आ सकें।
-निधि जैन

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